2‑nm सेमीकंडक्टर दौड़: Samsung की आक्रामक कीमत, TSMC पर दबाव

सेमीकंडक्टर की दौड़ में Samsung तेज कदमों से लौट रही है: 2‑nm चिप निर्माण की लागत लगभग एक‑तिहाई घटाकर वह TSMC से ग्राहकों को अपनी ओर खींचना चाहती है. उद्योग सूत्रों के मुताबिक अब एक वेफर डेवलपरों को करीब 20,000 डॉलर में पड़ रहा है, जबकि TSMC इसके लिए लगभग 30,000 डॉलर लेता है. यह छूट फिलहाल मुनाफे की धार को कुंद कर सकती है, लेकिन कम चल रही लाइनों को काम में रखती है और Samsung की 2‑nm प्रक्रिया को भरोसा कमाने की गुंजाइश देती है — साफ संकेत कि कंपनी अग्रिम मोर्चे पर विश्वसनीय विकल्प के रूप में पहचाने जाने पर जोर दे रही है. कदम व्यावहारिक लगता है: खाली क्षमता को रुकने देने से बेहतर है कि वह काम में आए.

पृष्ठभूमि में टक्कर कड़ी है. TSMC पहले ही NVIDIA और AMD जैसे दिग्गजों को जोड़ चुका है, जबकि Samsung नए डिज़ाइन विन हासिल करने की कोशिश में है. दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य में अत्याधुनिक फैब्स पर अरबों डॉलर लगाने के बाद अब उसके लिए उपयोग दर को जितना हो सके उतना ऊपर ले जाना जरूरी हो गया है — यहीं पर आक्रामक मूल्य निर्धारण की रणनीति वजन डालती है.

गति के संकेत दिखने लगे हैं: हाल में Samsung ने Tesla के साथ 16.5 अरब डॉलर का समझौता किया है, जिसके तहत अगली पीढ़ी की कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रणालियों के लिए चिप्स तैयार किए जाएंगे. विश्लेषकों का मानना है कि यह सहयोग निर्णायक मोड़ बन सकता है, जो आगे और ऑर्डर के दरवाजे खोल दे — संभावित रूप से एलन मस्क की xAI के लिए उत्पादन भी शामिल हो सकता है.

कीमतों में आक्रामक कटौती जोखिम से भरा, पर सूझबूझ भरा दांव है. अगर यह बाज़ी जमी, तो Samsung TSMC से बाजार हिस्सेदारी का एक हिस्सा वापस ले सकती है और ऊर्जा‑कुशल 2‑nm समाधानों की बढ़ती मांग के बीच अपनी स्थिति और ठोस बना सकती है — अंततः, भरोसा और पैमाना ही इस खेल के असली निर्णायक होंगे.