Rivian क्यों Apple CarPlay नहीं देगी: AI‑समर्थित इंटरफ़ेस की रणनीति

Rivian के सीईओ आर. जे. स्कैरिंज ने Decoder पॉडकास्ट में एक बार फिर स्पष्ट किया कि कंपनी Apple CarPlay का समर्थन क्यों नहीं करेगी — वह सुविधा जिसे आज के कई कार मालिक सक्रिय रूप से तलाशते हैं.

उनका कहना था कि Rivian जानबूझकर CarPlay से दूरी बना रही है ताकि वाहन के डिजिटल इंटरफ़ेस पर पूरा नियंत्रण बना रहे और अनुभव एकजुट व समरस रहे — ड्राइवरों को कार के सिस्टम और Apple के इंटरफ़ेस के बीच बार‑बार स्विच करने की जरूरत न पड़े. स्कैरिंज को भरोसा है कि समय के साथ उपयोगकर्ता इस तरीके की कद्र करेंगे. तर्क साफ है: जितने कम स्विचओवर, उतना कम ध्यान भंग.

Rivian की दलील के केंद्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता है. कंपनी AI को कार के भीतर गहराई से पिरोने की योजना बना रही है — वाहन की सेहत का आकलन करने और ड्राइवर की पसंद सीखने से लेकर ऐप्स के बीच कामकाज को स्वचालित करने तक. स्कैरिंज के मुताबिक, यह दृष्टि तब संभव नहीं है जब सेवाओं के बीच की जोड़ने वाली परत Apple तय करे. ऐसी महत्वाकांक्षा के लिए बेहद कसा हुआ इंटीग्रेशन चाहिए, जिसे थर्ड‑पार्टी आवरण शायद ही सहज बनाते हैं.

उन्होंने यह भी जोड़ा कि Rivian और Apple के संबंध अच्छे हैं: डिजिटल की और मैसेजिंग जैसी सुविधाओं का सपोर्ट जल्द जुड़ने वाला है, हालांकि CarPlay इसमें शामिल नहीं है. अब सवाल यह है कि ड्राइवर इस रणनीति को अपनाएंगे या फिर सीधे टेस्ला की ओर रुख करेंगे. यह दिशा ब्रांड को अलग पहचान दिला सकती है, हालांकि स्वीकार्यता की अंतिम मुहर हमेशा उपभोक्ता ही लगाते हैं.