Qualcomm से दूरी: iPhone 18 Pro को Apple का C2 5G मॉडेम

अफवाहें इशारा करती हैं कि Apple 2026 की पतझड़ में आने वाले iPhone 18 Pro में Qualcomm मॉडेम की जगह अपना C2 लगाएगा. इस कदम से कंपनी को सेल्युलर कनेक्टिविटी पर पूरा नियंत्रण मिलेगा और 5G प्रदर्शन को सूक्ष्म स्तर पर ट्यून करना संभव होगा, साथ ही बाहरी आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भरता घटेगी—जो हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के कड़े एकीकरण की उसकी दीर्घकालिक रणनीति से मेल खाता है.

Apple इससे पहले मध्यम श्रेणी के iPhone 16e में C1 मॉडेम के साथ शुरुआती कदम उठा चुका है. C1 ने बुनियादी सेल्युलर काम संभाले, लेकिन अल्ट्रा-फास्ट 5G mmWave का समर्थन नहीं दिया—फ्लैगशिप में यह फीचर खास मायने रखता है, जहां शीर्ष गति और कम विलंबता प्राथमिकता होती है. अगली इन-हाउस पीढ़ी C2 से उम्मीद है कि वह Qualcomm की क्षमताओं की बराबरी करेगी: उच्च प्रदर्शन और सभी 5G मानकों, जिनमें mmWave भी शामिल है, का समर्थन.

बदलाव एक झटके में नहीं होगा. कहा जा रहा है कि बेसलाइन iPhone 18 मॉडल, iPhone 17e और दूसरी पीढ़ी का iPhone Air फिलहाल परखे हुए Qualcomm मॉडेम ही अपनाए रखेंगे. इसके बावजूद, अगर iPhone 18 Pro और Pro Max में C2 का आगाज़ सफल रहता है, तो यह बाहरी सप्लायरों से अधिक स्वतंत्रता की दिशा में ठोस कदम होगा, जिससे हाई-एंड पर गुणवत्ता और प्रदर्शन पर नियंत्रण और कसा जा सकेगा. यह संक्रमण पावर उपयोग और नेटवर्क स्थिरता को और बेहतर ढंग से अनुकूलित करने की गुंजाइश भी खोल सकता है—दुनिया भर में 5G नेटवर्क का तेज विस्तार देखते हुए, उपयोगकर्ता ऐसे लाभ को दैनिक उपयोग में महसूस कर सकते हैं.