OLED डिस्प्ले तकनीक को लेकर Samsung का टकराव आयरलैंड की Pictiva से अदालत तक पहुंच गया. टेक्सास की जूरी ने निष्कर्ष दिया कि Samsung ने दो अमेरिकी पेटेंट का उल्लंघन किया है और कंपनी को Pictiva को 191.4 मिलियन डॉलर चुकाने का आदेश दिया. कंपनी ने फैसले से असहमति जताई और कहा कि वह इसे चुनौती देगी. राशि उल्लेखनीय है, इसलिए यह रुख स्वाभाविक भी लगता है.
2023 में दायर Pictiva का दावा उन OLED तरीकों पर केंद्रित है जो रेजोल्यूशन, ब्राइटनेस और पावर दक्षता को बेहतर बनाते हैं—कंपनी का कहना है कि Samsung ने इन तकनीकों का Galaxy स्मार्टफोनों, टीवी और पहनने योग्य डिवाइसों में बिना अनुमति उपयोग किया. Samsung ने आरोपों को खारिज करते हुए दलील दी कि ये पेटेंट अवैध हैं. अंततः जूरी ने विवादित पाँच पेटेंट में से दो पर उल्लंघन पाया.
यह आंशिक फैसला दोनों पक्षों को अपने-अपने तरीके से परिणाम पेश करने की गुंजाइश देता है: Pictiva को बड़ी राशि मिली, जबकि Samsung अधिकांश दावों पर जिम्मेदारी से बच गया. यही संतुलन इस केस को केवल कानूनी नहीं, रणनीतिक मुकाबला भी बनाता है.
Pictiva के पास OLED से जुड़े सैकड़ों पेटेंट हैं और वह Key Patent Innovations की सहायक कंपनी है. कई तकनीकें 2000 के दशक की शुरुआत में OSRAM में हुए काम से जुड़ती हैं. प्रबंध निदेशक एंजेला क्विनलन का कहना है कि यह फैसला कंपनी की बौद्धिक संपदा की मजबूती की पुष्टि करता है.
उधर Samsung ने पुष्टि की कि वह अपील करेगा और विवादित पेटेंट को अमान्य कराने के लिए वह पहले ही USPTO में याचिकाएँ दायर कर चुका है. मामला अभी खुला है, और अंतिम नतीजा अपीलों की समीक्षा के बाद तय होगा. यह संघर्ष दिखाता है कि उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स में OLED विशेषज्ञता कितनी प्रतिस्पर्धी और विवादित हो चुकी है.