क्यों कुछ यूज़र Galaxy S25 Ultra से S24 Ultra पर लौटे: डिज़ाइन और S Pen

Galaxy S25 Ultra को सैमसंग की इंजीनियरिंग का चरम बनने के लिए बनाया गया था—एक ऐसा फोन जो निखार और क्षमता का प्रदर्शन करे. फिर भी हर किसी ने इसे साफ-साफ कदम आगे नहीं माना. कुछ Galaxy प्रशंसक—और शुरुआती खरीदारों का एक हिस्सा—अप्रत्याशित रूप से Galaxy S24 Ultra पर लौट आया. वजह प्रदर्शन या कैमरों में नहीं, बल्कि दो ठोस पहलुओं में है.

Galaxy S24 Ultra ने आराम और स्टाइल का संतुलन साध लिया था. इसका डिस्प्ले सपाट था, किनारे हल्के गोल, इसलिए फोन हाथ में स्वाभाविक लगता और लंबी उपयोग में हथेली नहीं चुभता. डिजाइन संयत था, पर एर्गोनोमिक बना रहता था. इसके उलट, Galaxy S25 Ultra बिल्कुल सपाट फ्रेम अपनाता है जिसमें कोई चैंफर नहीं—और यही फर्क बड़ा पड़ता है. नया ढांचा हाथ में अधिक तेज़ महसूस होता है, कम सुरुचिपूर्ण लगता है और रोजमर्रा में कम आरामदेह बैठता है. कागज पर यह सफाई आकर्षक दिखती है, लेकिन पकड़ में कठोरता हावी रहती है.

S Pen में हुआ बदलाव और भी खटका. S24 Ultra पर वह सिर्फ नोट लेने का औज़ार नहीं था: ब्लूटूथ की वजह से वह रिमोट की तरह भी काम करता था—दूर से फोटो लेना, गाने बदलना या स्लाइड पलटना संभव था. S25 Ultra में यह क्षमता हटा दी गई, और S Pen अब लिखने और ड्रॉ करने वाला बुनियादी स्टाइलस भर रह गया. कुछ लोगों के लिए यह मामूली बात है, लेकिन जिनकी रोजमर्रा की आदतें उन स्मार्ट सुविधाओं पर टिकी थीं, उनके लिए यह पीछे की ओर कदम है जो डिवाइस की अपनी पहचान को थोड़ा हल्का कर देता है. ऐसी छोटी सुविधाएँ ही लाइनअप की अलग पहचान गढ़ती थीं.

यह कोई नहीं कह रहा कि Galaxy S25 Ultra खराब फोन है. यह तेज, सक्षम और तकनीकी रूप से उन्नत है. मगर अधिक सुथरे लुक और नई सौंदर्य दृष्टि की दौड़ में, सैमसंग मानो उस महीन रेखा को पार कर गया जो Ultra सीरीज़ को अलग खड़ा करती थी. बहुतों के लिए, Galaxy S24 Ultra अब भी वह पल है जब कंपनी ने नवाचार और रोजमर्रा की सुविधा के बीच आदर्श संतुलन पकड़ लिया था—और यही संतुलन सबसे ज़्यादा मायने रखता है.